सत्यवान सावित्री की कथा | Satyavan Savitri Story In Hindi

मत्स्य पुराण में सत्यवान सावित्री की कथा का वर्णन है। सती सावित्री का नाम पतिव्रता स्त्रियों में सदा सम्माननीय है। जिन्होंने मृत्यु के पाश में पड़े हुए अपने पति को बंधन मुक्त कराया था। आइये विस्तार से जानते हैं सत्यवान सावित्री की प्रेरणादायी कहानी जो सभी पापों को नष्ट करने वाली है। कथा प्राचीन समय … Read more

16 संस्कार के नाम और उनका महत्व | 16 Sanskar In Hindi

जिस क्रिया के योग से मनुष्य में सद्गुणों का विकास एवं संवर्धन होता है, उस क्रिया को संस्कार कहते हैं। पुराणों में भी विविध संस्कारों का उल्लेख है पर उनमें मुख्य तथा आवश्यक 16 संस्कार माने गए हैं। इनमें से कुछ संस्कार जन्म के पहले और कुछ जन्म के बाद युवावस्था तक किये जाते हैं। … Read more

साम दाम दंड भेद का अर्थ | Saam Daam Dand Bhed Meaning

शास्त्रों में कहा गया है कि जो उपायों को बतलाये या पथ प्रदर्शन करे वही नीति है। मत्स्य पुराण में मनु के पूछने पर मत्स्य रूपधारी भगवान श्रीहरि ने साम दाम दंड भेद नीति का उपदेश दिया है। आइये विस्तार से जानते हैं साम दाम दंड भेद का अर्थ एवं प्रयोग। साम – नीति का … Read more

भक्त प्रह्लाद की कहानी | Bhakt Prahlad Story In Hindi

विष्णु पुराण में भक्त प्रह्लाद की कथा का उल्लेख है। प्रह्लाद भगवान विष्णु के अनन्य भक्तों में से एक थे। आइये विस्तार से जानते हैं भक्त प्रह्लाद की कहानी जो अत्यंत रोचक और बच्चों के लिए प्रेरणादायक है। सनकादि ऋषियों के शाप के कारण भगवान विष्णु के पार्षद जय एवं विजय को दैत्ययोनि में जन्म … Read more

51 शक्तिपीठ के नाम और जगह | 51 Shakti Peeth List In Hindi

इस पोस्ट में हम आपको माता सती के शरीर के विभिन्न अंगों से निर्मित 51 शक्तिपीठ की लिस्ट उनके वर्तमान स्थान और वहाँ की अधिष्ठात्री शक्ति एवं भैरव के विषय में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं। पुराणों में 51 शक्तिपीठ के नाम और जगह का अलग-अलग प्रकार से वर्णन है। विभिन्न ग्रंथों में इनकी … Read more

सप्तर्षि मण्डल के ऋषियों के नाम और उनका परिचय

सृष्टि के विस्तार के लिए ब्रह्मा जी ने मन के संकल्प से अपने ही समान तेजस्वी दस मानस पुत्रों को उत्पन्न किया। उनके नाम हैं – मरीचि , अत्रि , अङ्गिरा , पुलस्त्य , पुलह , क्रतु , भृगु , वशिष्ठ , दक्ष तथा नारद। ये ही ऋषि अलग अलग मन्वन्तरों में सप्तर्षि के रूप … Read more

18 पुराणों के नाम और उनका संक्षिप्त परिचय

नारद पुराण के अनुसार प्राचीन काल में एक ही पुराण था जिसका विस्तार 100 करोड़ श्लोकों में था जो आज भी देवलोक में विद्यमान है। समयानुसार संसार में पुराणों का ग्रहण न होता देख भगवान विष्णु ने ब्रह्मवेत्ता महात्मा व्यास के रूप में प्रकट होकर सम्पूर्ण लोकों के हित के लिए चार लाख श्लोकों के … Read more

राजा सगर की कहानी | Raja Sagar story in Hindi

सूर्यवंश में बाहु नाम के एक राजा हुए, उनके पिता का नाम वृक था। भविष्य में इन्हीं राजा बाहु के पुत्र राजा सगर हुए, जिनके 60 हजार पुत्र थे। आइये विस्तार से जानते हैं पुराणवर्णित राजा सगर की कहानी। बाहु बड़े धर्मपरायण राजा थे, वे अपनी प्रजा का पालन पुत्रों के समान करते थे। पापियों … Read more

नारद मोह की कथा | Narad moh katha

शिवपुराण में नारद मोह की कथा का वर्णन है जिसके अनुसार एक समय ब्रह्मा के पुत्र और परम ज्ञानी देवर्षि नारद मोह के वशीभूत हो गए थे। एक बार नारद मुनि तपस्या करने हिमालय पहुँचे। वहां गंगा के तट पर एक अत्यंत सुन्दर और रमणीक स्थान देखकर उसी स्थान पर समाधी में लीन हो गए। … Read more

शिवरात्रि व्रत कथा | Shivratri Vrat Katha In Hindi

शिवपुराण का एक प्रसंग है, जब ऋषियों के पूछने पर सूतजी शिवरात्रि व्रत की कथा कहते हैं। बहुत समय पहले किसी वन में एक भील रहता था जिसका नाम गुरुद्रुह था। उसका भरा पूरा परिवार था तथा वह भील क्रूर स्वभाव के साथ साथ क्रूर कर्मों में हमेशा तत्पर रहता था। वह प्रतिदिन वन में … Read more

एकादशी व्रत कथा और माहात्म्य

Ekadashi vrat katha . शास्त्रों में तप के विभिन्न प्रकार के विधान बताए गए हैं, व्रत भी उनमें से ही एक है। सभी प्रकार के व्रतों में एकादशी व्रत को सर्वोत्तम कहा गया है। हिंदी महीने के दोनों पक्षों (शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष) के एकादशी तिथि को इस व्रत का विधान है। एकादशी तिथि … Read more