ऋषि पंचमी – Rishi Panchami 2022

भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पंचमी ‘ऋषि पंचमी’ कहलाती है। इस दिन किये जाने वाले व्रत को ऋषि पंचमी व्रत कहते हैं। यह व्रत ज्ञात-अज्ञात पापों के शमन के लिये किया जाता है, अतः स्त्री-पुरुष दोनों इस व्रत को करते हैं। स्त्रियों से रजस्वला अवस्था में जाने-अनजाने घर के पात्र आदि वस्तुओं का प्रायः स्पर्श हो … Read more

महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित | Mahishasur Mardini Stotram In Hindi

महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र ( Aigiri Nandini … ) देवी के एक स्वरुप से जुड़ा हुआ स्तोत्र है। यह बहुत ही शक्तिशाली स्तोत्र है, मान्यताओं के अनुसार इसके पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में कभी कोई संकट नहीं आता और उसके सभी प्रकार की परेशानियाँ दूर हो जाती हैं। ॥ महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र ॥ अयि … Read more

श्री गंगा स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित | Ganga Stotram Lyrics In Sanskrit / Hindi

श्री गंगा स्तोत्र पुण्यसलिला माता गंगा को समर्पित एक स्तोत्र है, इसकी रचना आदिगुरु शंकराचार्य जी ने की थी। यह स्तोत्र सुन्दर पदावलियों से युक्त और बहुत ही मधुर है। जो भक्तिपूर्वक इसका पाठ करता है उसके सभी प्रकार के रोग, शोक, पाप, ताप का नाश हो जाता है और वह सब प्रकार से सुखी … Read more

16 संस्कार के नाम और उनका महत्व | 16 Sanskar In Hindi

जिस क्रिया के योग से मनुष्य में सद्गुणों का विकास एवं संवर्धन होता है, उस क्रिया को संस्कार कहते हैं। पुराणों में भी विविध संस्कारों का उल्लेख है पर उनमें मुख्य तथा आवश्यक 16 संस्कार माने गए हैं। इनमें से कुछ संस्कार जन्म के पहले और कुछ जन्म के बाद युवावस्था तक किये जाते हैं। … Read more

सरस्वती वंदना | Saraswati Vandana In Hindi

माँ सरस्वती की उपासना के लिए वैसे तो अनेकों मन्त्र, स्तोत्र आदि हैं जिनका विभिन्न प्रकार से जप, पाठ एवं अनुष्ठान किया जाता है। यहाँ विद्यार्थियों एवं माँ सरस्वती के उपासकों के लिए सरस्वती वंदना अत्यन्त सरल रूप में संस्कृत और हिंदी में दी गई है। ॥ सरस्वती वंदना : या कुन्देन्दु तुषार हार धवला … Read more

सिद्ध सरस्वती स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित | Siddha Saraswati Stotram In Hindi

सिद्ध सरस्वती स्तोत्र माता सरस्वती की उपासना के लिये अत्यंत उपयोगी और प्रभावशाली स्तोत्र है। इस स्तोत्र की रचना स्वयं ब्रह्मा जी के द्वारा की गयी है। बीजमन्त्रों से युक्त यह स्तोत्र विद्यार्थियों के लिये बहुत लाभदायक है। ॥ श्री सिद्ध सरस्वती स्तोत्र ॥ ध्यानम् दोर्भिर्युक्ताश्चतुर्भिः स्फटिकमणिमयीमक्षमालां दधानाहस्तेनैकेन पद्मं सितमपि च शुकं पुस्तकं चापरेण।या सा … Read more

नील सरस्वती स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित | Neel Saraswati Stotram In Hindi

नील सरस्वती स्तोत्र का पाठ शत्रुओं का नाश करने वाला एवं विद्या प्राप्त कराने वाला है। नील सरस्वती की साधना तंत्रोक्त विधि से की जाती है। ये दस महाविद्याओं में से एक हैं। ॥ नील सरस्वती स्तोत्र ॥ घोररूपे महारावे सर्वशत्रुभयङ्करि।भक्तेभ्यो वरदे देवि त्राहि मां शरणागतम्। ॥1॥ अर्थ – भयानक रूपवाली, घोर निनाद करनेवाली, सभी … Read more

श्री सूक्त हिंदी अर्थ सहित | Shri Suktam In Hindi

श्री सूक्त या श्री सूक्तम महालक्ष्मी की उपासना के लिए ऋग्वेद में वर्णित एक स्तोत्र है। श्री सूक्त का पाठ महालक्ष्मी की प्रसन्नता एवं उनकी कृपा प्राप्त कराने वाला है साथ ही व्यापार में वृद्धि, ऋण से मुक्ति और धन प्राप्ति के लिए भी इसका पाठ तथा अनुष्ठान किया जाता है। श्रद्धा एवं विश्वास के … Read more

दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित | Daridraya Dahan Shiv Stotram

दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र वसिष्ठ ऋषि के द्वारा रचित स्तोत्र है जो दरिद्रता का मूल रूप से नाश करने में सक्षम है। व्यापार में उन्नति और कर्ज से मुक्ति के लिए इस स्तोत्र का पाठ अवश्य करना चाहिए क्योंकि जैसा इस स्तोत्र का नाम है वैसा ही इसका फल है। ॥ दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र … Read more

श्री कनकधारा स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित | Kanakadhara Stotram In Hindi

कनकधारा स्तोत्र की रचना आदिगुरु शंकराचार्य जी ने की थी। कनकधारा का अर्थ होता है स्वर्ण की धारा, कहते हैं कि इस स्तोत्र के द्वारा माता लक्ष्मी को प्रसन्न करके उन्होंने सोने की वर्षा कराई थी। सिद्ध मंत्र होने के कारण कनकधारा स्तोत्र का पाठ शीघ्र फल देनेवाला और दरिद्रता का नाश करनेवाला है। इसके … Read more

बुरा जो देखन मैं चला बुरा न मिलिया कोय | Kabir Ke Dohe

bura jo dekhan main chala bura na miliya koy, kabir ke dohe, बुरा जो देखन मैं चला

बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय ।जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय ॥ अर्थ – कबीर दास जी कहते हैं कि जब मैंने संसार में बुराई को ढूँढा तो मुझे कहीं नहीं मिला पर जब मैंने अपने मन के भीतर झाँका तो मुझे खुद से बुरा इंसान नहीं दिखा। साईं … Read more